International Day of Families 2020 in hindi : थीम, इतिहास और उद्देश्य
International Day of Families 2020: परिवारों के महत्व और विकास में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए दुनिया भर में हर साल 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है. आइये अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस, इतिहास, 2020 का थीम और दुनिया भर में इसे कैसे मनाया जाता है, के बारे में इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते हैं.
International Day of Families 2020:
किसी ने ठीक ही कहा है कि "Family is the first lesson in relationships with others". परिवार हमें सुरक्षित महसूस कराता है, यह हमें जीवन में किसी के होने का एहसास दिलाता है जिसके साथ आप अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं इत्यादि. यह दिन एक दूसरे के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का भी एहसास दिलाता है.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस या विश्व परिवार दिवस इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि COVID-19 महामारी के समय में परीवार के साथ मिलकर इस मुश्किल हालातों से लड़ना है और सबके साथ मिलकर आगे भी बढ़ना है. साथ ही यह दिन एक मजबूत परिवार इकाई कैसे मजबूत समाजों और राष्ट्रों को बनाने में मदद करती है के बारे में भी प्रेणना देता है.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस या विश्व परिवार दिवस न केवल एक स्वस्थ और अच्छी तरह से संतुलित परिवार के महत्व को बढ़ावा देता है, बल्कि आर्थिक, जनसांख्यिकीय और सामाजिक प्रक्रियाओं के ज्ञान को भी बढ़ाता है जो परिवारों को प्रभावित करते हैं. यह दिन यूनिवर्सल पीस फेडरेशन (Universal Peace Federation) द्वारा भी मनाया जाता है क्योंकि वे परिवार को एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा मानते हैं.
कोपेनहेगन घोषणा और बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फॉर एक्शन (Copenhagen Declaration and Beijing Platform for Action) की इस वर्ष 25वीं वर्षगांठ है जो सबसे चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य और सामाजिक संकटों में के समय पर आई है. COVID-19 महामारी सबसे कमजोर व्यक्तियों और परिवारों की रक्षा करने वाली सामाजिक नीतियों में निवेश के महत्व पर ध्यान केंद्रित करती है. वो परिवार ही हैं जो संकट का खामियाजा भुगतते हैं, अपने सदस्यों को नुकसान से बचाते हैं, और साथ ही साथ अपने काम की जिम्मेदारियों को भी निभाते हैं.
सम्पूर्ण विश्व COVID-19 के संकट से संघर्ष कर रहा है, हमारी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को सभी के लिए अधिक समानता को बढ़ावा देने के तरीके पर पुनर्विचार करने और बदलने का एक वास्तविक अवसर मिला है. ऐसा करने पर, परिवारों में अधिक समानता के बिना लिंग समानता प्राप्त नहीं होगी, और इस पर, बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फॉर एक्शन एक दूरदर्शी रोडमैप प्रदान करता है और बताता है कि हमें किस दिशा में जाने की आवश्यकता है.

अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2019 का थीम था "Families and Climate Action: focus on SDG13".
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2018 का थीम था “Families and inclusive societies”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2017 का थीम था “Families, education and well-being”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2016 का थीम था “Families, healthy lives and sustainable future”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2015 का थीम था “Men in charge? Gender equality and children’s rights in contemporary families”.
1993 में, जनरल असेंबली ने एक प्रस्ताव संख्या (A/RES/47/237) के द्वारा हर साल 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और शुरुआत हुई. यह दिन परिवारों से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और परिवारों को प्रभावित करने वाली सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय प्रक्रियाओं के ज्ञान को बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा. साथ ही दुनिया भर में परिवारों के बेहतर जीवन स्तर और सामाजिक प्रगति के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करना है.
25 सितंबर 2015 को, संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य राष्ट्रों ने सर्वसम्मति से सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) को अपनाया, 17 लक्ष्यों का एक सेट, जिसका उद्देश्य गरीबी, भेदभाव, दुर्व्यवहार और मौतों को रोकना, पर्यावरण विनाश को संबोधित करना और सभी के लिए विकास के युग में प्रवेश करना है. साथ ही इन लक्ष्यों में से कई की उपलब्धि के लिए परिवार और परिवार-उन्मुख नीतियां और कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं.
इस दिन परिवारों की परिस्थितियों से संबंधित कुछ मुद्दों पर भी प्रकाश डाला जाता है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस दिन ने दुनिका में कई देशों को प्रेरित किया है कि वे भी परिवार दिवस मनाएं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें जो कि समुदाय पर आधारित हो और परिवार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करे.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस या विश्व परिवार दिवस न केवल एक स्वस्थ और अच्छी तरह से संतुलित परिवार के महत्व को बढ़ावा देता है, बल्कि आर्थिक, जनसांख्यिकीय और सामाजिक प्रक्रियाओं के ज्ञान को भी बढ़ाता है जो परिवारों को प्रभावित करते हैं. यह दिन यूनिवर्सल पीस फेडरेशन (Universal Peace Federation) द्वारा भी मनाया जाता है क्योंकि वे परिवार को एक वैश्विक समुदाय का हिस्सा मानते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2020: थीम
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2020 का थीम है “Families in Development: Copenhagen & Beijing + 25”.कोपेनहेगन घोषणा और बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फॉर एक्शन (Copenhagen Declaration and Beijing Platform for Action) की इस वर्ष 25वीं वर्षगांठ है जो सबसे चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्वास्थ्य और सामाजिक संकटों में के समय पर आई है. COVID-19 महामारी सबसे कमजोर व्यक्तियों और परिवारों की रक्षा करने वाली सामाजिक नीतियों में निवेश के महत्व पर ध्यान केंद्रित करती है. वो परिवार ही हैं जो संकट का खामियाजा भुगतते हैं, अपने सदस्यों को नुकसान से बचाते हैं, और साथ ही साथ अपने काम की जिम्मेदारियों को भी निभाते हैं.
सम्पूर्ण विश्व COVID-19 के संकट से संघर्ष कर रहा है, हमारी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को सभी के लिए अधिक समानता को बढ़ावा देने के तरीके पर पुनर्विचार करने और बदलने का एक वास्तविक अवसर मिला है. ऐसा करने पर, परिवारों में अधिक समानता के बिना लिंग समानता प्राप्त नहीं होगी, और इस पर, बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फॉर एक्शन एक दूरदर्शी रोडमैप प्रदान करता है और बताता है कि हमें किस दिशा में जाने की आवश्यकता है.

अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2019 का थीम था "Families and Climate Action: focus on SDG13".
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2018 का थीम था “Families and inclusive societies”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2017 का थीम था “Families, education and well-being”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2016 का थीम था “Families, healthy lives and sustainable future”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 2015 का थीम था “Men in charge? Gender equality and children’s rights in contemporary families”.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस: इतिहास
9 दिसंबर 1989 को यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली (United Nation General Assembly) ने प्रस्ताव 44/82 में, अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की घोषणा की.1993 में, जनरल असेंबली ने एक प्रस्ताव संख्या (A/RES/47/237) के द्वारा हर साल 15 मई को अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और शुरुआत हुई. यह दिन परिवारों से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और परिवारों को प्रभावित करने वाली सामाजिक, आर्थिक और जनसांख्यिकीय प्रक्रियाओं के ज्ञान को बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा. साथ ही दुनिया भर में परिवारों के बेहतर जीवन स्तर और सामाजिक प्रगति के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करना है.
25 सितंबर 2015 को, संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य राष्ट्रों ने सर्वसम्मति से सतत विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) को अपनाया, 17 लक्ष्यों का एक सेट, जिसका उद्देश्य गरीबी, भेदभाव, दुर्व्यवहार और मौतों को रोकना, पर्यावरण विनाश को संबोधित करना और सभी के लिए विकास के युग में प्रवेश करना है. साथ ही इन लक्ष्यों में से कई की उपलब्धि के लिए परिवार और परिवार-उन्मुख नीतियां और कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं.
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस कैसे मनाया जाता है?
कार्यशालाओं, सेमिनारों, सार्वजनिक अधिकारियों के लिए नीतिगत बैठकों, प्रदर्शनियों इत्यादि जैसे स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई आयोजन किए जाते हैं. लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए वार्षिक थीम पर कार्यशालाओं और सेमिनारों में चर्चा की जाती है, लोगों को मजबूत करने और परिवार इकाइयों का समर्थन के लिए कुछ शैक्षिक अभियान भी शुरू किए जाते हैं. यहां तक कि टूल किट भी कुछ देशों में उत्पन्न किये जाते हैं ताकि समारोहों के आयोजन में लोगों की मदद की जा सके और आबादी के एक विशेष वर्ग पर फोकस किया जाता है जैसे स्कूली बच्चों, युवा वयस्कों, कॉलेज-गोइंग इत्यादि. इस साल COVID-19 के कारण सेलिब्रेशन ऑनलाइन होगा.अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने के पीछे क्या कारण है?
अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को परिवार के महत्व और इसके मूल्य को समझाना है. साथ ही, उन मुद्दों को उजागर करना आवश्यक है जो दुनिया भर में परिवारों को प्रभावित करते हैं. यह दिन यह भी दर्शाता है कि वैश्विक समुदाय समाज की प्राथमिक इकाइयों के रूप में परिवारों के महत्व को बताती है और दुनिया भर में स्थिति के अनुसार अपनी चिंता को उजागर करती है.इस दिन परिवारों की परिस्थितियों से संबंधित कुछ मुद्दों पर भी प्रकाश डाला जाता है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस दिन ने दुनिका में कई देशों को प्रेरित किया है कि वे भी परिवार दिवस मनाएं और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें जो कि समुदाय पर आधारित हो और परिवार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करे.