World Hypertension Day in hindi | विश्व हाइपरटेंशन दिवस
World Hypertension Day 2020 : हर साल 17 मई को विश्व स्तर पर विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य बढ़ते हुए उच्च रक्तचाप (बीपी) के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना और सभी देशों के नागरिकों को इस धीरे धीरे मारने वाला कारक को रोकने और नियंत्रित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। विश्व उच्च रक्तचाप दिवस (WHD) विश्व उच्च रक्तचाप लीग (WHL) की एक पहल है, जो इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ हाइपरटेंशन का एक संबद्ध अनुभाग है।
WHO के अनुसार दुनियाभर में 1.13 बिलियन लोगों को हाइपरटेंशन है. हाइपरटेंशन के मुख्य कारण में खराब खान-पान, व्यायाम न करना, शराब और तंबाकू का सेवन करना माना जाता है.
ग़लत खानपान के चलते व गलत आदतों के कारण हाइपरटेंशन की समस्या लोगों को होने लगती है। लोगों में हाइपरटेंशन के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए ये दिन मनाया जाता है। इस साल 'विश्व उच्च रक्तचाप दिवस' की थीम 'अपना ब्लड प्रेशर नापें' (Measure Your Blood Pressure) है। उच्च रक्तचाप एक ऐसी बीमारी है जिसे रोका जा सकता है, लेकिन यह दुनिया भर में मृत्यु की एक बड़ी वजह बना हुआ है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) के अनुसार, 2017 में पूरे भारत में 22.5 मिलियन लोगों की जांच में पाया गया कि हर आठ में से एक भारतीय उच्च रक्तचाप का मरीज़ है।
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यद्यपि इसे तैयार करने में पूरी सावधानी रखने की कोशिश रही है। फिर भी किसी घटना , तिथि या अन्य त्रुटि के लिए मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है ।
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हाइपरटेंशन क्या है?
हाई ब्लड प्रेशर का ही दूसरा नाम हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप है। हमारे शरीर में मौजूद ख़ून नसों में लगातार दौड़ता रहता है और इसी ख़ून के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक ऊर्जा और पोषण के लिए ज़रूरी ऑक्सीजन, ग्लूकोज़, विटामिन्स, मिनरल्स आदि पहुंचते हैं। ब्लड प्रेशर उस दबाव को कहते हैं, जो रक्त प्रवाह की वजह से नसों की दीवारों पर पड़ता है। आमतौर पर यह ब्लड प्रेशर इस बात पर निर्भर करता है कि हृदय कितनी गति से रक्त को पंप कर रहा है और ख़ून को नसों में प्रवाहित होने में कितने अवरोधों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सीय परामर्श के अनुसार 130/80 mmHg से ज़्यादा ख़ून का दबाव हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में आता है।WHO के अनुसार दुनियाभर में 1.13 बिलियन लोगों को हाइपरटेंशन है. हाइपरटेंशन के मुख्य कारण में खराब खान-पान, व्यायाम न करना, शराब और तंबाकू का सेवन करना माना जाता है.
हाइपरटेंशन के कारण
देर रात को भोजन करना, स्मार्टफोन पर लंबे वक्त तक समय बिताना, शारीरिक व्यायाम ना करने के चलते हाइपरटेंशन की समस्या होने लगती है। इसके अलावा स्ट्रेस, गलत खानपान और आधुनिक जीवनशैली के कारण हाइपरटेंशन हो सकता है।हाइपरटेंशन के लक्षण
हाइपरटेंशन में चक्कर आना, धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाना, सिर दर्द की शिकायत शुरू होती है। ये सब हाइपरटेंशन के लक्षण हैं। इसके अलावा बेचैनी, थकान, अनिंद्रा, गुस्सा आना शुरू हो जाता है। हाइपरटेंशन के कारण व्यक्ति शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान हो जाता है।हाइपरटेंशन का उपचार
जैसे ही ब्लड प्रेशर इससे अधिक होने लगता है उच्च रक्तचाप की समस्या खड़ी हो जाती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से दवाइयां तो लें साथ ही कुछ घरेलू उपचार भी उपलब्ध हैं जिनकी सहायता से आप अपना ब्लड प्रेशर सामान्य बनाए रख सकते हैं। हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ लेना लाभकारी होता है.विश्व हाइपरटेंशन दिवस 2020 की थीम
इस वर्ष यानी 2020 में ‘विश्व हाइपरटेंशन दिवस’ का मुख्य विषय (थीम)- ‘Measure your blood pressure, control it and live longer’ है.World Hypertension Day उद्देश्य
उच्चरक्तचाप दिवस पूरे विश्व में आज एक गंभीर समस्या हैं। हर साल 'विश्व उच्चरक्तचाप दिवस' के माध्यम से पूरे विश्व के लोगों में इसके बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।ग़लत खानपान के चलते व गलत आदतों के कारण हाइपरटेंशन की समस्या लोगों को होने लगती है। लोगों में हाइपरटेंशन के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए ये दिन मनाया जाता है। इस साल 'विश्व उच्च रक्तचाप दिवस' की थीम 'अपना ब्लड प्रेशर नापें' (Measure Your Blood Pressure) है। उच्च रक्तचाप एक ऐसी बीमारी है जिसे रोका जा सकता है, लेकिन यह दुनिया भर में मृत्यु की एक बड़ी वजह बना हुआ है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (National Family Health Survey) के अनुसार, 2017 में पूरे भारत में 22.5 मिलियन लोगों की जांच में पाया गया कि हर आठ में से एक भारतीय उच्च रक्तचाप का मरीज़ है।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस जागरूकता की कमी
उच्च रक्तचाप एक साइलेंट किलर है क्योंकि ज्यादातर लोगों में इसका कोई बाहरी लक्षण और लक्षण नहीं दिखता। नियमित सिरदर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर आना, त्वचा का फड़कना और प्रतिकूल स्थितियों में नाक बहना कुछ ऐसे मामूली लक्षण हैं, जिन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता और ऐसे यह अनियंत्रित और अनुपचारित रह जाता है। पीएलओएस मेडिसिन के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, उच्च रक्तचाप की बढ़ती प्रवृत्ति के बावजूद, निदान और उपचार बहुत कम है। उच्च रक्तचाप से पीड़ित आधे से अधिक व्यक्ति इससे अनजान हैं। भारत में उच्च रक्तचाप सभी मौतों का लगभग 10.8 फीसदी और विकलांगता से प्रभावित जीवन सालों में 4.6 फीसदी का हिस्सा रखता है। इन आंकड़ों के बावजूद यह आश्चर्य की बात है कि आम जनता के बीच इस स्थिति के बारे में बहुत कम जागरूकता क्यों है!कृपया ध्यान दें जी👉
यद्यपि इसे तैयार करने में पूरी सावधानी रखने की कोशिश रही है। फिर भी किसी घटना , तिथि या अन्य त्रुटि के लिए मेरी कोई जिम्मेदारी नहीं है ।
I hope, this article about World Hypertension Day is very informative for you.
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