National Maritime Day | राष्ट्रीय समुद्री दिवस के बारे में कुछ रोचक तथ्य

राष्ट्रीय समुद्री दिवस कब मनाया जाता है?

प्रत्येक वर्ष 5 अप्रैल को देशभर में ‘राष्ट्रीय समुद्री दिवस’ (National Maritime Day) मनाया जाता है. इस वर्ष (5 अप्रैल 2020 को) राष्ट्रीय समुद्री दिवस का 57वां संस्करण मनाया गया. राष्ट्रीय समुद्री दिवस को 1964 से प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य अंतर-महाद्वीपीय व्यापार तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है। शिपिंग डायरेक्टर जनरल के अनुसार भारत में 43 शिपिंग कंपनियां हैं, उनके पास कुल 1,401 समुद्री जहाज़ हैं।

National Maritime Day | राष्ट्रीय समुद्री दिवस

राष्ट्रीय समुद्री दिवस का उद्देश्य

इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को भारतीय जहाजरानी उद्योग की गतिविधियों और देश की अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका से अवगत कराना है.

राष्ट्रीय समुद्री दिवस का विषय (थीम)

2020 राष्ट्रीय समुद्री दिवस का विषय "एक स्थायी ग्रह के लिए सतत शिपिंग (Sustainable shipping for a sustainable planet)" है। विषय का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। विषय उस कार्य का भी प्रदर्शन करता है जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) और उसके सदस्य राज्य लक्ष्य प्राप्त करने के लिए विभिन्न उपाय कर रहे हैं।
2019 राष्ट्रीय समुद्री दिवस के 56 वें संस्करण का विषय "हिंद महासागर अवसरों का महासागर है (Indian Ocean-An Ocean of opportunity)" है.

राष्ट्रीय समुद्री दिवस का इतिहास

5 अप्रैल, 1919 को पहला भारतीय जहाज मुंबई से ब्रिटेन की यात्रा पर निकला था. सिंधिया स्टीम नेवीगेशन कंपनी लिमिटेड का पहला स्टीम शिप एसएस लॉयल्टी (SS Loyalty) मुंबई से लंदन की पहली समुद्री यात्रा पर रवाना हुआ था. इसकी याद में 1964 से हर साल 5 अप्रैल को राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाने लगा.

राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान

राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान (National Institute of Oceanography) भारत सरकार के वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की एक प्रयोगशाला है। इसका मुख्यालय गोवा में स्थित है तथा मुम्बई, कोच्चि एवं विशाखापट्टनम में इसके क्षेत्रीय कार्यालय हैं। इसकी स्थापना 01 जनवरी सन् 1966 को हुई थी। इसका मुख्य ध्येय उत्तरी हिन्द महासागर के विशिष्ट समुद्रवैज्ञानिक पहलुओं का विस्तृत अध्ययन करना है।

राष्ट्रीय समुद्री दिवस समारोह के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • ये दिन भारत के स्वामित्व वाले पहले जहाज लॉयल्टी के 1919 में बंबई से लंदन के लिए रवाना हुआ था. इसी याद में मैरीटाइम डे मनाया जाता है.
  • राष्ट्रीय समुद्री दिवस 5 महासागरों में व्यापार की सुविधा के माध्यम से समुद्री अर्थव्यवस्था का राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में सहयोग को दिखाता है.
  • वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की एक प्रयोगशाला भी बनवाई गई है. इसका मुख्यालय गोवा में स्थित हैं. इसका उद्देश्य उत्तरी हिंद महासागर के विशिष्ट पहलुओं की जांच करना है.
  • प्रधानमंत्री मोदी ने इस खास दिन कहा कि नेशनल मैरीटाइम डे पर राष्ट्र की समृद्धि के लिए समुद्री शक्ति का उपयोग करने के संबंध में हम अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं.
  • भारत की समुद्री विरासत लगभग पांच हजार साल पुरानी है. देश में सबसे पुराने बंदरगाह के तौर पर लोथल का जिक्र आता है.

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