World Kidney Day: 12 मार्च | विश्व किडनी दिवस
World Kidney Day 2020: कब और क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड किडनी डे, जानें किडनी की बीमारियों के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय!
हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को विश्व स्तर पर वर्ल्ड किडनी डे मनाया जाता है। इस वर्ष वर्ल्ड किडनी डे 12 मार्च 2020 को मनाया गया।हर साल विश्व किडनी डे की थीम (World Kidney Day Theme) निर्धारित की जाती है. इस साल वर्ल्ड किडनी डे की थीम किडनी हेल्थ फॉर एवरीवन एवरीवेयर रखी (Kidney Health For Everyone Everywhere) गई है. जिसका अर्थ होता है 'हर कहीं हर किसी के लिए किडनी स्वास्थ्य' (Kidney Health) या इसको इस तरह से भी कह सकते हैं कि 'रोकथाम से लेकर जांच और देखभाल तक समान पहुंच'.
वर्ल्ड किडनी डे, किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य वाला एक वैश्विक अभियान है। विश्व किडनी दिवस हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए हमारे किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और किडनी की बीमारी और दुनिया भर में इससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए मनाया जाता है।
भारत में हर साल दो लाख लोगों को किडनी रोग (Kidney Disease) हो जाता है. शुरुआती स्टेज में इस बीमारी को पकड़ पाना मुश्किल है, क्योंकि दोनों किडनी 60 प्रतिशत खराब होने के बाद ही मरीज को इसका पता चल पाता है. अगर आप जानना चाहते हैं कि वर्ल्ड किडनी डे (World Kidney Day) की शुरुआत कैसे हुई और कब हुई तो यहां हम बताएंगे आपको क्यों मनाया जाता है विश्व किडनी दिवस? (Why World Kidney Day Is Celebrated) दुनियाभर में किडनी की बीमारी से प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ने से इस बीमारी से निवारण और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए मार्च के दूसरे गुरुवार को ‘वर्ल्ड किडनी डे' मनाया जाता है. गुर्दा या किडनी रोग को नजरअंदाज करना खतरनाक साबित होता है. किडनी रोगों से बचाव (Kidney Diseases Prevention) के लिए नियमित जांच और जीवनशैली जरूरी है. लेकिन जागरूकता जरूरी है. किडनी की बीमारी के शुरूआती लक्षणों (Early Symptoms Of Kidney Disease) में लगातार उल्टी आना,भूख नहीं लगना, थकान और कमज़ोरी महसूस होना,पेशाब की मात्रा कम होना, खुज़ली की समस्या होना, नींद नहीं आना और मांसपेशियों में खिंचाव होना प्रमुख हैं.
विश्व किडनी दिवस क्यों मनाया जाता है? | Why World Kidney Day Is Celebrated
- किडनी के बारे में जागरूकता बढ़ाना जरुरी है क्योंकि मधुमेह और हाई ब्लडप्रेशर क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) का एक प्रमुख जोखिम कारक होता हैं।
- CKD के लिए मधुमेह और हाई ब्लडप्रेशर वाले सभी रोगियों की सिस्टमेटिक स्क्रीनिंग को प्रोत्साहित करने के लिए.
- सभी चिकित्सा पेशेवरों को सीकेडी के जोखिम का पता लगाने और कम करने में उनकी विशेष भूमिका के बारे में शिक्षित करें, विशेष कर जोखिम वाली घनी आबादी वाले हिस्सों में.
- स्थानीय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों की CKD महामारी को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए. वर्ल्ड किडनी डे पर सभी सरकारों को कार्रवाई करने और आगे की किडनी स्क्रीनिंग में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
- किडनी के फैल हो जाने पर ट्रांसप्लांट को एक सर्वोत्तम-विकल्प और जीवन-बचाने की पहल के लिए अंग दान को प्रोत्साहित करने के लिए.
- इस दिन को मनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण जागरुकता लाना है, लेकिन विश्व किडनी दिवस हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए हमारे किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और किडनी की बीमारी और दुनिया भर में इससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए मनाया जाता है.
वर्ल्ड किडनी डे की शुरुआत कब हुई? | When Did World Kidney Day Begin?
वर्ल्ड किडनी डे की शुरुआत साल 2006 में हुई थी, जिसका उद्देश्य लोगों को किडनी से जुड़ी समस्याओं और उपचार के विषय में जागरूक करना है. भारत में किडनी रोगों के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. किडनी रोगों से लोगों की जान तक चली जाती हैं ऐसे में इससे लड़ने के लिए विश्व गुर्दा दिवस के दिन लोगों को जागरुक किया जाता है.

World Kidney Day 2020: विश्व किडनी डे दुनियाभर में जागरुकता फैलाने के लिए मनाया जाता है
वर्ल्ड किडनी डे की थीम | World Kidney Day Theme 2020
इस साल वर्ल्ड किडनी डे की थीम किडनी हेल्थ फॉर एवरीवन एवरीवेयर रखी (Kidney Health For Everyone Everywhere) गई है. जिसका अर्थ होगा है 'हर कहीं हर किसी के लिए किडनी स्वास्थ्य' (Kidney Health) या इसको इस तरह से भी कह सकते हैं कि 'रोकथाम से लेकर जांच और देखभाल तक समान पहुंच'.
क्यों होती हैं किडनी की बीमारी जानें इसके कारण
1. अधिक शराब पीना
2. मांस का अधिक सेवन करना
3. कम मात्रा में पानी पीना
4. अधिक मात्रा में नमक खाना
5. दर्दनाशक दवाओं का अधिक सेवन करना
6. धूम्रपान करना और अधिक सॉफ्ट-ड्रिक्स पीना
7. पेशाब रोकना

World Kidney Day: किडनी रोगों से बचाव के लिए इसके लक्षणों को पहचानना जरूरी है
किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षण | Early Symptoms Of Kidney Disease
1.पैरों और आंखों के नीचे सूजन
2.चलने पर जल्दी थकान और सांस फूलना
3.रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना
4.भूख न लगना और हाजमा ठीक न रहना
5. खून की कमी से शरीर पीला पड़ना
किडनी रोगों से बचने के उपाय | How Can I Prevent Kidney Disease Naturally?
- खाने में नमक, सोडियम और प्रोटीन की मात्रा का ध्यान रखना.
- 35 साल के बाद साल में कम-से-कम एक बार ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच जरूर कराएं.
- ब्लड प्रेशर या डायबिटीज के लक्षण मिलने पर हर छह महीने में पेशाब और खून की जांच कराएं.
- रोज 8 से 10 गिलास पानी पिएं.
- फल और हरी सब्जियां ज्यादा सेवन करना.
- मैग्नीशियम किडनी को सुचारू रूपसे काम करने में मदद कर सकता है ऐसे फूड्स का सेवन करना जिसमें मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में हो.
- न्यूट्रिशन से भरपूर खाना, रोजाना एक्सरसाइज और वजन कंट्रोल रखने से भी किडनी की बीमारी से बचा जा सकता है.