Indian Railway History and Facts in Hindi | भारतीय रेलवे का इतिहास एवं इसके रोचक तथ्य
भारतीय रेलवे का इतिहास एवं इसके रोचक और महत्वपूर्ण तथ्य – Indian Railway History and Facts in Hindi
भारतीय रेलवे की स्थापना
|
16 अप्रैल 1853
|
स्वामित्व
|
रेलवे मंत्रालय, भारत सरकार
|
मुख्यालय
|
नई दिल्ली
|
प्रमुख व्यक्ति
|
रेल मंत्री, भारत सरकार
|
भारतीय रेल के महत्वपूर्ण तथ्य –
- भारतीय रेल (Indian Railway) एशिया की सबसे बड़ी तथा विश्व की दुसरी बड़ी रेल व्यवस्था है |
- यह दुनिया का सबसे बड़ा नियोक्ता है, इसमें 16 लाख से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। वहीं रेलवे दुनिया का 9वां सबसे बड़ा नौकरी देने वाला डिपार्टमेंट है।
- भारतीय रेल करीब 168 साल से भी ज्यादा समय से भारत में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। भारत में रेल की शुरुआत अंग्रेजों के शासन के समय में ही हो गई थी।
- भारत में सर्वप्रथम रेल व्यवस्था की शुरुवात अप्रैल 1853 में मुम्बई से थाणे के बीच प्रारम्भ हुयी |
- विश्व की सबसे पहली रेलगाड़ी 1825 ई. में लिवरपूल से मैनचेस्टर के बीच चली थी |
- भारतीय रेलवे बोर्ड (Indian Railway Board) की स्थापना मार्च 1905 में की गयी थी |
- भारतीय रेल प्रशासन तथा प्रबंध की जिम्मेदारी रेलवे बोर्ड पर है |
- रेलवे को 17 मंडलो में बांटा गया है प्रत्येक मंडल का प्रधान महाप्रबन्धक होता है |
- देश की सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी विवेक एक्सप्रेस है जो डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी जाती है | इस दौरान वह 4286 किमी दूरी तय करती है | इससे पूर्व हिमसागर एक्सप्रेस , जो जम्मू तवी से कन्याकुमारी (3726 किमी ) तक जाती है सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी थी |
- भारत की सबसे तेजरफ्तार ट्रेन नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस है | इसकी अधिकतम रफ्तार 150-160 किमी प्रति घंटा है |
- बिश्व का सबसे लम्बा रेलमार्ग ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग है जो लेनिनग्राड से ब्लाडीवास्टक तक 9438 किमी लम्बा है |
- भारतीय रेल व्वयस्था के अंतर्गत 2014 तक 65808 किमी लम्बा रेलमार्ग बिछा हुआ था | इसका लगभग 32.84 भाग विद्युतीकृत है |
- बिजली से चलने वाली प्रथम रेलगाड़ी Deccan Queen थी जो मुम्बई एवं पुणे के बीच चली ठी |
- रेल इंजन निर्माण के कारखाने चितरंजन ,वाराणसी और भोपाल में स्थित है |
- सवारी डिब्बो का निर्माण पेरम्बूर (चेन्नई के निकट) , कपूरथला , कोलकाता और बेंगलुरु में किया जाता है |
- रेल इंजन बनाने का नया कारखाना मधेपुरा (इलेक्ट्रिकल इंजन) एवं मधौरा (डीजल इंजन) बिहार में स्थापित किया गया है |
- पहिया बनाने का कारखाना छपरा (बिहार ) एवं रेल कोच फक्ट्री रायबरेली (उत्तर प्रदेश) में स्थापित किया गया है
भारतीय रेल के महत्वपूर्ण तथ्य –
Indian Railway History in Hindi (भारत की आजादी से पहले )
सबसे पहला लोकोमोटिव भाप इंजन – First Locomotive Engine
सबसे पहला लोकोमोटिव भाप इंजन ”थॉमसन” (जनरल गेज 4’8.1/2”) और ब्रॉड गेज का लार्ड फॉकलैंड (5.6”) साल 1851 से 1852 के बीच भारत पहुंचा।
16 अप्रैल, 1853 में भारत की सबसे पहली ट्रेन चलाई गई – First Indian Railway
16 अप्रैल साल 1853 में भारत की सबसे पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के मुंबई और ठाणे के बीच चलाई गई थी, इस ट्रेन ने 21 मील (33.8 किलोमीटर) की दूरी की यात्रा करीब 57 मिनट में पूरी की थी।
आपको बता दें कि सिंध, साहिब और सुल्तान नाम के 3 इंजनों ने 14 बोगियों में बैठे करीब 400 यात्रियों को अपने गन्तव्य स्थान तक पहुंचाया था। वहीं भारत में उस समय ट्रेन की शुरुआत देश की सबसे बड़ी उपलब्धी थी, भाप के इंजन के माध्यम से देश में पहली ट्रेन को चलाया गया था।
गिनीज रिकॉर्ड बुक में दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन – World’s oldest steam engine
दुनिया के सबसे पुराने स्टीम इंजन से चलने वाली भारत की सबसे पहली हैरिटेज ट्रेन फेयरी क्वीन (Fairy Queen) है, जो नई दिल्ली और राजस्थान के अलवर में चलती है। आपको बता दें कि फेयरी क्वीन दुनिया का सबसे पुराना स्टीम इंजन है, जिसका निर्माण साल 1855 में ब्रिटेन की किटसन ने किया था।
वहीं इसे साल 1998 में दुनिया का सबसे पुराना स्टीम लोकोमोटिव इंजन के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र दिया गया था। इसके साथ ही इसे हेरिटेज अवॉर्ड भी दिया चुका है।
भारत में पहली टॉय ट्रेन की घोषणा – Mountain railways of India
भारत के पूर्वोत्तर में पहली बार साल 1881 में टॉय ट्रेन की घोषणा की गई, आपको बता दें कि यह ट्रेन 2 फुट चौड़े नैरो गेज ट्रेक पर चलती है और इसकी स्पीड बहुत कम होती है। वहीं इस ट्रेन को यूनेस्कों से वर्ल्ड हैरिटेज साइट का भी दर्जा हासिल है। भारत के सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशनों तक टॉय ट्रेन की पहुंच है।
मुंबई-पुणे को जोड़ने वाली रेल लाइन का निर्माण और सुरंग रेल निर्माण काम
सुरंग रेल निर्माण का काम 1856 से 1865 के बीच में पूरा किया गया। भोर घाट और थूल घाट के बीच काफी मुश्किलों के बाद निर्माण किया गया। वहीं ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे ने मुंबई और पुणे को जोड़ने वाली रेलवे लाइन का निर्माण किया। वहीं 1863 में 28 सुरंगों और पुराने पुलों के साथ भोर घाट के माध्यम से यह खंड खोला गया।
दक्षिण भारत में ट्रेन की शुरुआत – Southern Railway Zone
1 जुलाई, 1856 को दक्षिण भारत में रेल की शुरुआत मद्रास रेलवे कंपनी से हुई।
भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण – Nationalization of Indian Railway
आजादी के बाद जब भारत और पाकिस्तान का जब बंटवारा हुआ, उसी समय 14 अगस्त साल 1947 में रेल नेटवर्क को भी दोनों देशों के बीच में बांट दिया गया। देश की आजादी के 4 साल बाद साल 1951 में भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया यानि की रेलवे पर पूरी तरह से भारत सरकार ने अपना अधिकार हासिल कर लिया।
रेल नेटवर्क का विस्तारीकरण – Expansion of Indian Railways
साल 1866 से 1872 के बीच भारतीय रेल नेटवर्क का विस्तार किया गया, इस दौरान कलकत्ता को दिल्ली, अमृतसर और मुंबई के साथ जोड़ा गया। इसके साथ ही मुंबई को भी कोचिन और मद्रास समेत तमाम शहरों के साथ जोड़ने का काम किया गया।
आपको बता दें कि भारत के पूर्व में जमालपुर वर्कशॉप और पश्चिम में परेले में रोलिंग स्टॉक आदि के रखरखाव के लिए काम की शुरुआत की गई।
ट्रेन में टॉयलेट की शुरुआत – Start of Toilet System in India
भारीतय रेल के शुरु होने के करीब 50 साल तक ट्रेनों में टॉयलेट नहीं होती थी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल के एक यात्री ओखिल चंद्र सेन ने साल 1909 में पैसेंजर ट्रेन से यात्रा करने के अपने बुरे अनुभव के बारे में साहिबगंज रेल डिविजन के ऑफिस को एक चिट्टठी लिखकर शिकायत की।
इसके बाद रेलवे ने इसकी शिकायत पर सुनवाई की और फिर ब्रिटिश हुकूमत के समय ट्रेन में टॉयलेट की सुविधा शुरु की गई। ओखिल चन्द्र सेन का वो लेटर आज भी इंडियम रेल म्यूजियम में मौजूद है।
इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि साल 1891 में सिर्फ प्रथम श्रेणी के डिब्बों को इस सुविधा से जोड़ा गया था। उसके बाद धीरे-धीरे रेल की सभी डिब्बों में टॉयलेट की सुविधा की शुरुआत की गई।
पहली मीटर गेज लाइन – Meter Gauge in India
साल 1873 में दिल्ली से हरियाणा के गुड़गांव के फर्रखनगर के लिए पहला मीटर गेज लाइन खोला गया।
भारत की पहली इलैक्ट्रिक ट्रेन – First Electric Train in India
साल 1929 में भारत की पहली विद्युत ट्रेन ‘डेक्कन क्वीन’ – Deccan Queen कल्याण और पुणे के बीच चलाई गई थी।
भारतीय रेल में पहले डीजल इंजन की शुरुआत –
पूर्व भारतीय रेलेवे की तरफ से साल 1945 में पहली बार डीजल इंजन की शुरुआत की गई।
Indian Railway History in Hindi (भारत की आजादी के बाद )
भारतीय रेल का गठन –
1947 से जब अपना भारत देश आजाद हुआ था, उसी समय भारतीय रेल का गठन किया गया और इसे क्षेत्रीय रेलों में विभाजित किया गया।
राष्ट्रीय रेल म्यूजियम, दिल्ली की शुरुआत
भारत के राष्ट्रीय रेल म्यूजियम की नींव, दिल्ली में उस समय के राष्ट्रपति श्री वी.वी. गिरी द्धारा साल 1971 रखी गई थी। वहीं जनता के लिए इस राष्ट्रीय रेल म्यूजियमको 1 फरवरी के दिन जनता के लिए खोला गया था। हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस म्यूजियम की शुरुआत की गई थी।
भारत की पहली पैसेंजर ट्रेन – India’s first passenger train
हावड़ा से हुगली के बीच भारत की पहली पैसेंजर ट्रेन 15 अगस्त साल 1854 में चलाई गई थी। जबकि इलाहाबाद और कानुपर के बीच रेल सेवा की शुरुआत 3 मार्च साल 1859 में की गई थी।
गिनीज रिकॉर्ड बुक में दिल्ली मुख्य स्टेशन का नाम
भारतीय रेलवे के नई दिल्ली स्टेशन का नाम साल 1999 में गिनीज बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। आपको बता दें कि 1000 रिले, 1133 सिग्नल के साथ इसे दुनिया का सबसे बड़े रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम के लिए गिनीज बुक्स ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली है।
भारतीय रेल नेटवर्क की लंबाई:
आज पूरे देश में रेल नेटवर्क का जाल इस तरह बिछा हुआ है, कि भारत का कोई भी राज्य और कोई भी शहर रेल सुविधा से महरूम नहीं है। भारतीय रेलवे व्यवस्था के तहत इसकी कुल लंबाई 63 हजार 465 किमी है। यानि कि कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक चारों दिशा में लोग ट्रेन से सफर तय कर जा सकते हैं।
वहीं अगर आज भारतीय रेल की सभी रेल पटरियों को आपस में जोड़ दिया जाए तो उनकी लंबाई पृथ्वी के आकार से भी 1.5 गुना ज्यादा होगी। जो अपने आप में किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। वहीं रोजाना भारत के करीब 3 से साढ़े 3 करोड़ लोग ट्रेन से यात्रा करते हैं।
भारतीय रेल द्धारा पूरे दिन में तय की जाने वाली दूरी:
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क है, यह चारों दिशा में फैला हुआ है। यही वजह है कि भारतीय ट्रेन पूरे दिन में जितनी दूरी तय करती है, वह पृथ्वी से चन्द्रमा की दूरी का करीब साढ़े तीन गुना है।
सबसे बड़ी रेल सुंरग – Biggest Train in India
देश की सबसे लंबी रेल सुरंग जम्मू-कश्मीर के पीर पंजल में हैं, जिसकी लंबाई कुल 11 हजार 215 किमी है।
सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन
भारत में सबसे लंबी यात्रा करने वाली ट्रेन विवेक एक्सप्रेस है, जो डिब्रुगढ़ (असम) से कन्याकुमारी तक करीब 4 हजार 273 किमी की दूरी तय करती है।
भारत की सबसे कम रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी
नागपुर और अजनी रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी सबसे कम 3 किलोमीटर है।
भारत की सबसे लेट-लतीफ ट्रेन
देश की सबसे लेटलतीफ ट्रेन गोवाहाटी-त्रिवेन्द्रम एक्सप्रेस है, जो कि अक्सर 10-12 घंटे लेट तो चलती ही है।
रोजाना ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या –
एशिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क के माध्यम से रोजाना करीब ढाई से 3 करोड़ लोग रेल यात्रा कर अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचते हैं। जो कि ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या के बराबर है, यानि की किसी देश की जनसंख्या का भार भारतीय रेल रोजाना ढो रही है।
सबसे ज्यादा स्टॉपेज वाली ट्रेन
हावड़ा-अमृतसर एक्सप्रेस सबसे ज्यादा स्टेशनों पर रुकने वाली ट्रेन है, इस ट्रेन के करीब 115 स्टॉपेज हैं।
दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म और इसकी लंबाई
भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर शहर में दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है, जिसकी कुल लंबाई 1366.33 मीटर है।
भारत में रेलवे स्टेशनों की संख्या – Number of railway stations in India
भारत में छोटे-बड़े सभी रेलवे स्टेशनों की संख्या करीब 7500 है।
दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल – World’s highest railway bridge
दुनिया का सबसे लंबा रेलवे पुल कश्मीर के चिनाब नदी पर बन रहा है। इसके बनने के बाद यह ऊंचाई के मामले में पेरिस के एफिल टावर को भी पीछे छोड़ देगा। जानकारी के मुताबिक यह रेल पुल एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा होगा। आपको बता दें कि पेरिस के एफिल टॉवर की ऊंचाई 324 मीटर है।
भारतीय रेल की कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सेवा की शुरुआत
जुलाई, साल 1986 में नई दिल्ली में भारतीय रेलवे ने कम्प्यूटराइज्ड रिजर्वेशन सेवा की शुरुआत की थी। भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे से जुड़ी हर जानकारी को ऑनलाइन उपलब्ध करवाने के मकसद से ICRS और CRIS जैसे संस्थानों की स्थापना की थी।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा की शुरुआत
भारतीय रेलवे ने 3 अगस्त साल 2002 में पहली बार घर बैठे-बैठे इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन टिकट बुक करवाने की सुविधा की शुरुआत की।
भारत की पहली मेट्रो ट्रेन – First Metro System in India
भारत में पहली मेट्रो ट्रेन की शुरुआत साल 1984 में कोलकाता से की गई थी।
पहला रेल बजट – First railway budget
सबसे पहला रेल बजट जॉन मथाई द्धारा प्रस्तुत किया गया था। जॉन मथाई, भारत के प्रथम रेल मंत्री थे।
भारत-पाक के बीच चलने वाली रेल – Trains between India and Pakistan
समझौता और थार एक्सप्रेस भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली रेलगाड़ी हैं।
भारत का पहला रेलवे स्टेशन – India’s first railway station
छत्रपति शिवाजी टर्मिनल भारत का पहला रेलवे स्टेशन है।
भारत की हाईस्पीड ट्रेन – India’s high speed train
गतिमान एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है, यह 160 किलीमोटर प्रति घंटे के हिसाब से चलती है। आपको बता दें कि साल 2014 में इसका सफल परीक्षण किया गया था। यह ट्रेन महज 90 मिनट में दिल्ली और आगरा की दूरी तय करती है।
सबसे तेज और सबसे धीमी चलने वाली ट्रेन
वर्तमान में सबसे तेज चलने वाली ट्रेन नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी है। आपको बता दें कि यह 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फैजाबाद से आगरा पहुंचती है। वहीं देश की सबसे धीमी रफ्तार से चलने वाली ट्रेन मेतुपलयम-ऊटी नीलगिरी पैसेंजर ट्रेन है जो कि 10 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से चलती है।
दो राज्यों की सीमा में आने वाला स्टेशन
भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है जो दो अलग-अलग राज्यों की सीमा में आता है। आपको बता दें कि इस स्टेशन का नाम ‘नवापुर’ स्टेशन जिसका आधा हिस्सा गुजरात और आधा हिस्सा गुजरात में है।
वर्ल्ड हेरिटेज में इंडियन रेलवे की 4 साइट
इंडियन रेलवे की 4 साइट को वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर यूनेस्को ने शामिल किया है, यूनेस्को की लिस्ट में साल 2008 में कालका-शिमला रेलवे को, साल 2005 में नीलगिरी माउंटेन रेलवे को,साल 2004 में मुंबई सीएसटी बिल्डिंग को और साल 1999 में दार्जलिंग हिमालयन रेलवे को शामिल किया है।
इंडियन रेलने वेबसाइट IRCTC पर 1 मिनट में 12 लाख से भी ज्यादा हिट्स
इंडियन रेलवे का यह अति रोचक तथ्य है कि भारतीय रेलवे की सहयोगी संस्था इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) पर सिर्फ 1 मिनट में 12 लाख से ज्यादा हिट्स मिलते हैं। वहीं, 1 अप्रैल, 2015 को ऑनलाइन ट्रेन टिकट की बुकिंग के दौरान यह संख्या करीब 13.45 लाख प्रति मिनट के करीब पहुंच गई है। वहीं इस वेबसाइट पर कई बार साइबर हमले भी किए गए, बाबजूद इसके यह वेबसाइट निरंतर लोगों को अपनी सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं।
भारत की पहली रेल पटरी
जगन्नाथ शंकरसेठ और जमशेदजी जीजीभाई नाम के दो शख्स ने भारत में पहली रेल की पटरी बिछवाई थी। ‘जीआईपी’ (ग्रेट इंडियन पेनिन्सुला) रेलवेज के डायरेक्टर के तौर पर जगन्नाथ सेठ ने मुम्बई से ठाणे के बीच चली ट्रेन से 45 मिनट का सफर भी तय किया था।
इंडियन रेलवे का मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च
इंडियन रेलवे ने साल 2014 में पहली बार एक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया था, जिसके माध्यम से लोग घर पर बैठे-बैठे ही ट्रेन के समय के साथ-साथ उनका रनिंग स्टेटस समेत ट्रेन से जुड़ी सभी जानकारी आसानी से हासिल कर सकते हैं।
भारतीय रेलवे मुख्यालय एवं स्थापना दिवस तथा मण्डल
1 – भारतीय उत्तर रेलवे
भारतीय उत्तर रेलवे की स्थापना 14 अप्रैल, 1952 में की गई, जिसका मुख्यालय दिल्ली में है। जबकि अंबाला, लखनऊ, फिरोजपुर, दिल्ली और मुरादाबाद इसके मंडल है।
2 – भारतीय पूर्वोत्तर रेलवे
भारतीय पूर्वोत्तर रेलवे की स्थापना 1952 में हुई। इसका मुख्यालय गोरखपुर में हैं, जबकि यह इज्जत नगर, वाराणसी और लखनऊ मंडल को कवर करता है।
3 – पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे
15 जनवरी 1958 में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की स्थापना की गई। इसका मुख्यालय गुवाहटी में है। इसके तहत रंगिया, तिनसुकिया, कटिहार, लामडिंग, अलीपुर द्धार मंडल आते हैं।
4 पूर्व रेलवे –
पूर्व रेलवे की स्थापना 14 अप्रैल 1952 में की गई। इसका मुख्यालय कोलकाता में है। इसके तहत आसनसोल, मालदा, सियालदह और हावड़ा मंडल आते हैं।
5 दक्षिण-पूर्व रेलवे
दक्षिण-पूर्व रेलवे की स्थापना साल 1955 में हुई। इसका मुख्यालय कोलकाता में है। इसके तहत खड़गपुर, रांची, चक्रधरपुर और आद्रा मंडल आते हैं।
6 दक्षिण-मध्य रेलवे –
दक्षिण-मध्य रेलवे की स्थापना 2 अक्टूबर 1966 में हुई। इसका मुख्यालय
सिकंदराबाद में है। इसके तहत हैदराबाद, गुंटकल, गुंटूर, नांदेड़, विजयवाड़ा, सिकंदाबाद मंडल आते हैं।
7 दक्षिण रेलवे –
दक्षिण रेलवे की स्थापना 14 अप्रैल 1951 में हुई। इसका मुख्यालय चेन्नई में है। इसके तहत पालघाट, तिरुचिराप्पल्ली, त्रिवेंद्रम, सलेम, मदुरै, चेन्नई मंडल आते हैं।
8 मध्य रेलवे –
मध्य रेलवे की स्थापना 5 नवंबर 1951 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है। इसके तहत भुसावल, शोलापुर, नागपुर, मुंबई मंडल आते हैं।
9 पश्चिम रेलवे –
पश्चिम रेलवे की स्थापना 5 नवंबर 1951 में हुई थी। इसका मुख्यालय मुंबई में है। इसके तहत अहमदाबाद, भावनगर, राजकोट, रतलाम, बड़ौरा, मुंबई सेंट्रल मंडल आते हैं।
10 दक्षिण-पश्चिम रेलवे –
दक्षिण-पश्चिम रेलवे की स्थापना 1 अप्रैल, साल 2001 में हुई थी। इसका मुख्यालय हुबली में हैं। इसके तहत मैसूर, बैंगलोर, हुबली आते हैं।
11 उत्तर-पश्चिम रेलवे –
उत्तर-पश्चिम रेलवे की स्थापना 1 अक्टूबर 2002 में हुई थी। इसका मुख्यालय जयपुर में हैं। इसके तहत जोधपुर, बीकानेर, अजमेर और जयपुर मंडल आते हैं।
12 पश्चिम-मध्य रेलवे –
पश्चिम मध्य रेलवे की स्थापना 1 अप्रैल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय जबलपुर में है। इसके तहत कोटा, जबलपुर, भोपाल मंडल आते हैं।
13 उत्तर-मध्य रेलवे –
उत्तर-मध्य रेलवे की स्थापना 1 अप्रैल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय इलाहाबाद में है। इसके तहत आगरा, झांसी, इलाहाबाद में आते हैं।
14 दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे –
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की स्थापना 1 अप्रैल 2003 में की गई थी। इसका मुख्यालय बिलासपुर में है। इसके तहत नागपुर, रायपुर और बिलासपुर मंडल आते हैं।
15 पूर्व तटीय रेलवे –
पूर्व तटीय रेलवे की स्थापना 1 अप्रैल, साल 2003 में हुई थी। इसका मुख्यालय भुवनेश्वर में ही। इसके तहत विशाखापत्तनम, संबलपुर और खुर्दा रोड है।
16 पूर्व-मध्य रेलवे –
16 पूर्व-मध्य रेलवे की स्थापना 1 अक्टूबर साल 2002 में हुई थी। इसका मुख्यालय हाजीपुर में है। इसके तहत धनबाद, मुगलसराय, सोनपुर, समस्तीपुर, दानापुर मंडल आते हैं।
17 कोंकण रेलवे –
कोंकण रेलवे की स्थापना 26 जनवरी 1998 में हुई थी। इसका मुख्यालय नवी मुंबई में हैं। यह किसी भी मंडल को कवर नहीं करता है।
मुख्य रेल म्यूजियम एवं स्थापना दिवस
- भारत का मुख्य रेल म्यूजियम भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है, जिसकी स्थापना 11 फरवरी साल 1977 में की गई थी।
- मैसूर में बना रेल म्यूजियम भी भारत के प्रमुख रेल म्यूजियम में से एक है, इसकी स्थापना 22 जून 1979 में की गई थी।
- इंडयिन रेलवे का एक म्यूजियम चेन्नई में भी स्थित है, इसकी स्थापना 31 मार्च 2002 में की गई थी।
- भारत का एक अन्य रेल म्यूजियम नागपुर में स्थित है, इसकी स्थापना 14 दिसंबर 2002 में की गई थी।